Posts

Showing posts with the label यह कशमकश

मेरा चांद

Image
मेरा चांद  अक्सर मेरी खिड़की से झांक कर  कुछ फुसफुसाता है मेरा चांद  आधी अंधेरी रात से छुपता छुपाता  चांदनी मेरे मुख पर बिखर जाता है मेरा चांद  मुझसे मेरी ही मुलाकात करा कर  अपने साथ खूब हंसता हंसाता है मेरा चांद  मैं भी मायूसी में अमूमन मैं भी मायूसी में अमूमन  उसी की आगोश में छुप जाया करती हूं  उसी के शीतल स्पर्श में रात भर बतियाया करती हूं  कह देती हूं बेझिझक सब हाल दिल का  यह मुश्किल है, यह कशमकश, यह जद्दोजहद और यह तन्हाई मुस्कुराकर चांद भी कुछ यूं मुझे संभाल लेता है  मेरी आंखों से टपकते आंसुओं को शबनम  सा पलूस कर  मीठी बाजार से बालों को सहलाता हुआ  अपनी कहानी से जिंदगी का फ़लसफ़ा समझाता है  कहता है कि रोज घटता-बढ़ता मैं कितना कुछ कहता हूं  और जिंदगी के रास्तों पर यूं ही चलना सिखाता हूं  ऊंची नीची राह की पगडंडियों पर  मुस्कुरा कर आगे बढ़ते रहना सिखाता हूं   चाहे खुद तुम ना भी हो कोई हस्ती  सूरज की रोशनी से...