बचपन



बचपन
आज मेरे बचपन से पुनः मेरी बात हुई
 कैरम के गेम में फिर मुलाकात हुई

 सिखा रही थी मैं अपने बच्चों को गेम ये
 किसी तरह करना है स्क्रीन से परे इन्हें 

गर्मियों की छुट्टियों में करें बड़ा काम ये
 मिला दे इन बच्चों को बीते सब खेलों से

 इंडोर आउटडोर गेम्स की है बड़ी लंबी लाइन
  आओ खेलें और रहें फिट एंड फाइन 

Cartoons or web gamesतो रोग बढ़ा दे
नन्हीं नन्हीं अंखियों पे चश्मे चढ़ा दें

 बुरा नहीं है कुछ भी सब कुछ है अच्छा
 बैलेंस बनाकर चलना है बच्चा

थोड़ा टाइम बच्चों को हमें देना होगा
वरना इन प्यारों को बहुत सहना होगा

Comments

Popular posts from this blog

Mom Feels: "Scores of Blessings" (दुआओं की अंक तालिका)

2कविताऐं "सपने"

हिन्दी कविता "उमंग"